मकर संक्रांति (makar sankranti 2022) से ठीक एक दिन पहले, लोहड़ी (lohri 2022) का त्योहार बडे़ ही धूम-धाम से मनाया जाता है।पंजाब और हरियाणा में यह त्योहार बड़ी धूम धाम और खुशीयों के साथ मनाया जाता है। इस दिन पर लोग गाना-बजाना, गुड़ और तिल से बने पकवान एक दूसरे को देते हैं। अग्नि देवता को खुश करने के लिए, शाम को इकट्ठे होकर आग जलाते हैं। गुड़, मक्का, तिल और फूले हुए चावल जैसी चीजें भी चढ़ाई जाती हैं। लोहड़ी शुभ मुहूर्त और पूजा विधि (samagri list lohri pujan vidhi) देखने के लिए लेख के अस्त बने रहें
Lohri Puja Samagri List
- सूखा नारियल़
- मेवा
- मूंगफली
- गजक
- तिल
- रेवड़ी
- मक्का लोहड़ी के दिन पूजा के लिए जरूरी सामग्री
- दीप
- सिंदूर
- बेलपत्र
- कपूर
- रूई
- सरसों तेल
लोहड़ी के लिए शुभ मुहूर्त
13 जनवरी को शाम 5 बजे (lohri 2022 puja time) के बाद रोहिणी नक्षत्र शुरू हो जाएगा। लोहड़ी जलाने का शुभ मुहूर्त (lohri shubh muhurat 2022) शाम 5 बजकर 43 मिनट से शुरू होगा। वहीं लोहड़ी जलाने का शुभ मुहूर्त शाम 7 बजकर 25 मिनट पर खत्म हो जाएगा।
लोहड़ी की पूजा विधि
इस दिन की पूजा विधि (lohri 2022 puja vidhi) की बात करें तो, लोहड़ी जलाने से पहले जहां लोहड़ी स्थापित की है वहां पश्चिम दिशा में आदिशक्ति कि तस्वीर स्थापित करें। लोहड़ी पर भगवान श्रीकृष्ण, आदिशक्ति और अग्निदेव की आराधना की जाती है। इसके बाद उनके समक्ष सरसों के तेल का दीया जलाएं। उन्हें सिंदूर और बेलपत्र अर्पित करें। भोग के दौरान श्रीकृष्ण और अग्निदेव का भी आह्वान कर उन्हें तिल के लड्डू चढ़ाएं। इसके बाद सूखा नारियल लेकर उसमें कपूर डाल दें। उसके बाद आप लोहड़ी में अग्नि प्रज्ज्वलित करें। इसके बाद उसमें तिल का लड्डू, मक्का और मूंगफली अर्पित करें। आखिरी में लोहड़ी की परिक्रमा करें। याद रहे परिक्रमा 7 या 11 ही होनी चाहिए।