सनातन धर्म में चार वेद हैं। यह सबसे पहला ऋग्वेद (Rigveda) हैं। जिसके रचियता (creator) महर्षि कृष्ण व्यास द्वैपायन (वेदव्यास) जी हैं। ऋग्वेद भारतीय प्राचीन ग्रंथ हैं। जिसका रचना काल 1000 ई०पू० के लगभग माना जाता है। गायत्री मंत्र और चारों वर्णों (ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र) का वर्णन भी यहीं से मिलता है। ऋग्वेद से जुड़े अन्य महत्पूर्ण पहलुओं और जानकारी के लिए हमारे लेख को अंत तक पढ़ें। साथ ही नीचे दिये गये लिंक पर क्लिक कर के ऋग्वेद पीडीएफ डाउनलोड करें।
Contents
Rigveda PDF Download
- ऋग्वेद रचना काल => 1000 ई०पू० (लगभग)
- रचनाकार (रचियता) => वेदव्यास
- सूक्त => 1028
- रचना क्षेत्र => सप्तसैंधव प्रदेश (संभवत )
- मंडल => 10
- विभाजित => अष्टकक्रम, मंडल्क्र्म
- श्लोक => 1028
- RigVeda in Hindi PDF
वेदों के नाम :
- ऋग्वेद (Rig Veda )
- यजुर्वेद (Yajur Veda)
- सामवेद (sama veda )
- अथर्ववेद (arthveda)
ऋग्वेद भाग के भाग (अष्टकक्रम, मंडल्क्र्म)
- अष्टकक्रम :- अष्टकक्रम में समस्त ग्रन्थ अष्टको तथा प्रत्येक ग्रन्थ आठ अध्यायों में विभाजित है। प्रत्येक अध्याय वर्गों में विभक्त है, समस्त वर्गों को संख्या 206 है।
- मंडल्क्र्म:– समस्त ग्रन्थ 10 मंडलों में विभाजित है! मंडलअनुवाक सूक्त तथा सूक्त मन्त्र या ऋचाओं में विभाजित है। इन 10 मंडलों में 85 अनुवाक्य, 1028 सूक्त है और इनके अतिरिक्त 11 बाल्खेल्य सूक्त है।
ऋग्वेद के 10 उपनिषद नाम
- ऐतरेय
- आत्मबोध
- कौषीतकि
- मूद्गल
- निर्वाण
- नादबिंदू
- अक्षमाया
- त्रिपुरा
- बह्वरुका
- सौभाग्यलक्ष्मी
ऋग्वेद क्या -क्या है ?
ऋग्वेद में देवताओं के बारे में और देवलोक में उनकी स्थिति के बारे में वर्णन किया गया है, और साथ में ही इसमें जल चिकित्सा, वायु चिकित्सा, मानस चिकित्सा और हवन इत्यादि के द्वारा चिकित्सा के बारे में जानकारी मिलती है। ऋग्वेद में चवन ऋषि को पुनः युवा करने की लोककथा भी मिलती है। इस वेद मे अग्नि, सूर्य, इंद्र, वरुण देवताओं की प्रार्थना का वर्णन है।