Kisan Bill in Hindi PDF | 3 कृषि कानून PDF Download

Kisan Bill PDF  भारत सरकार द्वारा किसान की फसल बेचने के लिए हाल ही में कृषि बिल (Krishi Bill 2020, Agriculture Bill) कानून बनाया गया था, जो लोकसभा और फिर राज्यसभा में पास होने के बाद राष्ट्रपति की मोहर लगने के बाद पास किया गया था। जिसमें मोदी सरकार द्वारा तीनों कृषि बिल Farm Bill 2020 पास किये गये थे।

इन तीनों बिलों पर किसानों द्वारा विरोध किया जा रहा है। जिसके लिए किसान देश अलग अलग शहरों तथा क्षेत्रों में विरोध कर रहे हैं। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से जानकारी प्रदान करेंगे। कि कौन से हैं वो 3 Agriculture Ordinance (कृषि कानून pdf ) जो अब कानून बना है। MSP पर क्या प्रभाव होगा, क्या अनाज मंडियां होंगी बंद ? Farmers Bill 2020 PDF Download करने के लिए हमारे लिख को अंत तक पढ़ें।

Contents

Kisan Bill PDF in Hindi 

Article => Kisan Bill 2020 in Hindi PDF
Language => Hindi & English
Related Department => Agriculture
Beneficiary => Farmer
Advantage => Reasonable price for crop
Objective => Providing market
Official Website => Click Here

नया कृषि कानून PDF

Agriculture Ordinance – नया किसान बिल 2020 का मुख्य उद्देश्य कृषि उपज व्यापार एवं वाणिज्य को सरलीकरण करना है। जिसके लिए केंद्र सरकार ने प्राइवेट सेक्टर को फसल खरीदने का अवसर प्रदान किया है। जिससे किसान सरकारी मंडी के अलावा भी किसी और व्यक्ति के पास बेच सकता है। और किसानों की आय दोगुनी होने में सहायता प्राप्त हो सके। किन्तु किसान संगठनों का मानना है कि, इस कानून के कारण कृषि क्षेत्र पर पूंजीपतियों का दबदबा बन जायेगा। क्योंकि किसानों के पास फसल को रखने की कोई खास अच्छी व्यवस्था नहीं होती है। और किसान कम कीमत पर अपनी फसल को बेच कर अधिक दामों में खरीदेगा। Farmers Bill and Agriculture Ordinance की पूरी जानकारी के लिए हमारे लेख के साथ बने रहें।

कृषि से जुड़े तीन Kisan Bill 2020, जो अब कानून बन गया है-

3 कृषि कानून 2020 जिनका विरोध किया जा रहा है, जिसकी जानकारी निम्न प्रकार से है:

  1. First Sale: – केंद्र सरकार ने किसानों को देश में कहीं भी फसल बेचने की स्वतंत्रता प्रदान की है, ताकि राज्यों के बीच कारोबार बढ़े। जिससे मार्केटिंग और ट्रांस्पोर्टिशन पर भी खर्च कम होगा।
  2. Second Bill: – इस बिल में सरकार ने किसानों पर राष्ट्रीय फ्रेमवर्क का प्रोविज़न किया है। यह बिल कृषि पैदावारों की बिक्री, फार्म सर्विसेज़, कृषि बिजनेस फर्मों, प्रोसेसर्स, थोक विक्रेताओं, बड़े खुदरा विक्रेताओं और एक्सपोर्टर्स के साथ किसानों को जुड़ने के लिए मजबूत करता है। कांट्रेक्टेड किसानों को क्वॉलिटी वाले बीज की सप्लाई करना, तकनीकी मदद और फसल की निगरानी, कर्ज की सहूलत और फसल बीमा की सहूलत मुहैया कराई गई है।
  3. Third Bill: – इस बिल में अनाज, दाल, तिलहन, खाने वाला तेल, आलू-प्‍याज को जरूरी चीजो की लिस्ट से हटाने का प्रावधान रखा गया है। जिससे किसानों को अच्छी कीमत मिले।

क्या है तीनों कृषि बिल Farm Bill 2020

  • कृषि उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सरलीकरण) विधेयक, 2020
  • कृषक (सशक्तिकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक, 2020
  • आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक, 2020
  • कृषि विधेयक 2020, किसान कृषि कानून 2020 की पूरी जानकारी हेतु इस लिंक पर क्लिक करें।

तीन कृषि कानून क्या है PDF

  •  कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक, 2020 के तहत किसान देश के किसी भी कोने में अपनी उपज की बिक्री कर सकेंगे. अगर राज्य में उन्हें उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा या मंडी सुविधा नहीं है ।
  • तो किसान अपनी फसलों को किसी दूसरे राज्य में ले जाकर फसलों को बेंच सकता है. साथ ही फसलों को ऑनलाइन माध्यमों से भी बेंचा जा सकेगा, और बेहतर दाम मिलेंगे.
  •  मूल्य आश्वासन तथा कृषि सेवाओं पर किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) समझौता, 2020 के तहत किसानों की आय बढ़ाने को लेकर ध्यान दिया गया है ।
  • इसके माध्यम से सरकार बिचौलिओं को खत्म करना चाहती है. ताकि किसान को उचित मूल्य मिल सके. इससे एक आपूर्ति चैन तैयार करने की कोशिश कर रही है सरकार.
  • आवश्यक वस्तु (संशोधन), 2020 के तहत अनाज, खाद्य तेल, आलू-प्याज को आनिवार्य वस्तु नहीं रह गई हैं. इनका अब भंडारण किया जाएगा. इसके तहत कृषि में विदेशी निवेश को आकर्षित करने का सरकार प्रयास कर रही है.

कृषि कानून PDF

  • इसमें किसानों व अन्य राजनैतिक पार्टियों का कहना है कि अगर मंडियां खत्म हो गई तो किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Selling Price) नहीं मिल पाएगी. इसलिए एक राष्ट्र एक MSP होना चाहिए.
  •  विरोध का कारण यह भी है कि कीमतों को तय करने का कोई तंत्र नहीं है. इसलिए किसानों और राजनैतिक दलों की चिंता यह है कि कहीं निजी कंपनियां किसानों का शोषण न करें.
  • चिंता यह भी है कि व्यापारी इस जरिए फसलों की जमाखोरी करेंगे. इससे बाजार में अस्थिरता उत्पन्न होगी और महंगाई बढ़ेगी. ऐसें में इन्हें नियंत्रित किए जाने की आवश्यकता है.
  • राज्य सरकारों को चिंता यह भी है कि अगर फसलों के उचित दाम राज्य में नहीं दिए जाएंगे तो किसान पड़ोसी राज्य में जाकर अपनी फसलें बेंच सकेंगे. ऐसे में राज्य सरकारों को फसल संबंधित दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.

नए कृषि कानून 2020 से जुड़ी अफवाह तथा सच्चाई – 

  • न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य का क्‍या होगा?
    झूठ: किसान बिल असल में किसानों को न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य न देने की साजिश है।
    सच: किसान बिल का न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य से कोई लेना-देना नहीं है। एमएसपी दिया जा रहा है और भविष्‍य में दिया जाता रहेगा।
  • मंडियों का क्‍या होगा?
    झूठ: अब मंडियां खत्‍म हो जाएंगी।
    सच: मंडी सिस्‍टम जैसा है, वैसा ही रहेगा।
  • किसान विरोधी है बिल?
    झूठ: किसानों के खिलाफ है किसान बिल।
    सच: किसान बिल से किसानों को आजादी मिलती है। अब किसान अपनी फसल किसी को भी, कहीं भी बेच सकते हैं। इससे ‘वन नेशन वन मार्केट’ स्‍थापित होगा। बड़ी फूड प्रोसेसिंग कंपनियों के साथ पार्टनरशिप करके किसान ज्‍यादा मुनाफा कमा सकेंगे।
  • बड़ी कंपनियां शोषण करेंगी?
    झूठ: कॉन्‍ट्रैक्‍ट के नाम पर बड़ी कंपनियां किसानों का शोषण करेंगी।
    सच: समझौते से किसानों को पहले से तय दाम मिलेंगे लेकिन किसान को उसके हितों के खिलाफ नहीं बांधा जा सकता है। किसान उस समझौते से कभी भी हटने के लिए स्‍वतंत्र होगा, इसलिए लिए उससे कोई पेनाल्‍टी नहीं ली जाएगी।
  • छिन जाएगी किसानों की जमीन?
    झूठ: किसानों की जमीन पूंजीपतियों को दी जाएगी।
    सच: बिल में साफ कहा गया है कि किसानों की जमीन की बिक्री, लीज और गिरवी रखना पूरी तरह प्रतिबंधित है। समझौता फसलों का होगा, जमीन का नहीं।
  • किसानों को नुकसान है?
    झूठ: किसान बिल से बड़े कॉर्पोरेट को फायदा है, किसानों को नुकसान है।
    सच: कई राज्‍यों में बड़े कॉर्पोरेशंस के साथ मिलकर किसान गन्‍ना, चाय और कॉफी जैसी फसल उगा रहे हैं। अब छोटे किसानों को ज्‍यादा फायदा मिलेगा और उन्‍हें तकनीक और पक्‍के मुनाफे का भरोसा मिलेगा।

किसान बिल क्या है PDF DOWNLOAD IN HINDI

कृषि कानून बिल वापस 2021-11-19

आपको बता दें राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानून बिल वापस लेने की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा की इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर देंगे। साथ उन्होंने देश वासियों के क्षमा मांगते हुए कहा की हमारे प्रयास में कमी रही होगी कि हम किसानों को समझा नहीं पाए। आप भी जाने की किसान बिल क्या है। इसके लिए आपको यह आर्टिकल अंत तक पढ़ें।

56 thoughts on “Kisan Bill in Hindi PDF | 3 कृषि कानून PDF Download”

      1. गद्दार तो वो है जो किसान हतैषी कानून को रोकने के लिए विदेश से पैसा लेकर देश को कमज़ोर कर रहे हैं, गद्दार तो तुम आईना देख लेना, नज़र आएगा कि कौन गद्दार है, गद्दार वो है खालिस्तानी आतंकियो का साथ दे रहे हैं और देश के किसानों को बदनाम कर रहे हैं

    1. सुरेश सिंह

      एक सरकारी मंडी के बगल में कारपोरेट घरानों की मंडी की क्या जरूरत है।
      प्राइवेट मंडी किसान को 2 साल तक बहुत अच्छा फसल का दाम देगी।
      और किसान सरकारी मंडी न जा कर प्राइवेट मंडी में जाएंगे।
      उसके बाद यास सर्कार एक कमेटी का गठन करेगी की प्राइवेट मंडी में कितने लोग जा रहे हैं और सरकारी मंडी में कितना लोग जा रहे हैं। फिर नतीजा होगा की सरकारी मंडी को बंद कर दिया जाये। (वैसे भी यह सरकार सरकारी संस्था को बेचने के लिए माहिर है।)
      अब इधर 2 साल में privaate मंडी वाला किसानों का अनाज स्टोरेज क्र लेगा।
      क्यों की इस बिल में यह नियम है कि कोई भी कितना भी अनाज 1 PAN कार्ड पर रख सकता है।
      अब बात आई मुद्दे की वह किसान को बोलेगा की तुमारी फसल अच्छी नहीं है मुझे नहीं चाहिए, क्यों की वह 2 साल स्टोरेग किया है।
      या तो फिर बहुत कम दाम देगा,
      अब जब सरकारी मंडी बंद होने के बाद किसान को मजबूरन अनाज उसे काम दाम पर बेचना पड़ेगा।

        1. कृषि उत्पाद की जमाखोरी के कारण वस्तुओं की कीमत बढ़ जाएगी।
          मंडी में किसानों के लिए न्यूनतम मूल्य निर्धारित होता है। जबकि नये कानून में यह स्पष्ट नहीं है। किसान को फसल का न्यूनतम मूल्य मिलेगा या नहीं। क्यों उत्पादन अधिक होने से कीमत घट सकती है।
          APMC में किसानों को फसल के मूल्य में किसी प्रकार का धोखा धड़ी होने का डर नहीं रहता है। जबकि नए बिल अनुसार पैन कार्ड वाला कोई भी व्यापारी फसल खरीद सकता है।

      1. duli chand gupta

        ye sab aap anuman ke aadhar par kaha rahe ho isaka matalab yah he ki sarkar desh ko or kisano ke dubona chahati he ab mujhe yah batao ki desh evam desh ki janata diib jayegi to sarkar kis par raj karegi thoda achchha socho

        1. Astrologer nahi bhai haqiqat hai jo tumhe modi chasme se nahi dikh rha hai hmne apni aankho se BSNT, MTNL or Jiyo ko dekha hai to yaha jyada badayi na kro sach sbko malum hai…. 2 crore naukri, FDI ka sarkar me aane se pehle virodh, gas, petrol pr baar baar dharna pardarshan or jhooth bolna kala dhan la denge 100 din me… Ye jumle tumhari ankho pr patti bandh sakte hai…. Jagruk nagrik pr nahi….

        1. Yuvraj gadekar

          Humari uapj khapt se jayda hai aise mein vapari jarurt ke anusar khridega baki fasal ko bechane ke liye dr dr ki thokhre kahyega yahi sachai hai baki kisi ko kordpati banana hai to sarkar ki bat ka shmarthan kar skta h

          1. Sir to export bhi toh kr sakti hai companies other countries ko agr upaj jayda hai toh ….kuch bhi…..!!!!

          2. Sir koi kisi ko crore pari nahi bnata apni mehnat say amir bnte hai ……??????

      2. यह सब वामपंथियों की किसानों को भ्रमित करने की चाल है। ये वही हैं जिन्होंने लालबहादुर शास्त्री जी के हरित क्रांति का विरोध किया था। ये वही हैं जिन्होंने मुंबई के कपड़ा उद्योग को बंद करवा दिया, फलतः मुंबई के हजारों कपड़ा मिल मजदूर बेकार हो गए और यह उद्योग गुजरात के सूरत चला गया। वामपंथी तभी फलेंगे फूलेंगे जब बेरोजगारी होगी। इन्होंने बंगाल को बर्बाद कर दिया अब पंजाब को बर्बाद करने पर इनकी नजर है।

      3. क्यो किसान को प्राईवेट मन्डी मे जाने से रोका जाए।क्या आप बेहतर सेवा के लिए BSNL छोडकर दूसरे फोन की सेवा नही ले रहे है ।क्यों आप एयर इंडिया छोडकर दूसरे प्राईवेट एयरलाइंस मे सेवा लेते है ।किसी को भी बेहतर सेवा चाहिए, एकछत्र राज किसी भी क्षेत्र में किसी भी कम्पनी का होगा तो मनमानी करेगा ।अच्छी सेवा होगा तो लोग आएगें वरना चुनाव करने का मौका दे ।

      4. स्टोरेज करने वाला क्या उस अनाज को दो साल तक स्टोर करके रखेगा बेचेगा नहीं और उस दो साल में मार्केट की डिमांड की पूर्ति कहा से होगी l या आपकी भाषा में कहें कि दो साल तक डिमांड आएगी ही नहींl सही कहा आपने दो साल तक सब भूखे रहेगे ताकि पूंजीपति अपने स्टोरेज के रंग दिखा सके l भाई रहने दो प्लीज क्यु बेचारे किसानों को भड़काकर उनका भविष्य खराब कर रहे हो l आज बहुत मुश्किल से किसी सरकार ने बेचारे किसान के बारे मे सोचा है l आज तक किसान का तिरस्कार ही हुआ है l आज कोई उसके बारे में सोचने वाला आया हैं l
        ये तीनों किसान बिल किसान की किस्मत और उसकी दरिद्रता को बदल कर रख देंगे l
        मेरा मकसद आपको कोई ठेस पहुंचाना नहीं है मै भी एक किसान मगर मेरी सोच आपसे अलग है l

        धन्यवाद

        1. इन दो सालों में सामान दुगने तिगुने दामों पर बेचे जाएंगे

  1. Mai es desh ki nagrik hu….ess desh ki sarkar maine v chuni hai…. Mai en 3agriculture bills ka virod krti hu…..these three bills made by Modi sarkar are only for co-orporates ghrane not for the farmer of india…( corporates refers to aiming of more profit) #kisan_andolan_zindabaad

  2. passed these three farmer bill 2020 are need for farmers for their growth. now a small farmers also can contract with corporate and they can sell their products in his own rate. how can it harmful for farmers? in contract farmer will contract only for his crop. not for their own land. and he is also free for further contract and also free for cancel his contracts.

  3. Me is desh ka nagreek hu sarkar ko mene chuna hai me jo kissan bill sarkar leke ayi hai me iss bill ka virood karta hu

  4. हरी सिंह

    मैं एक किसान का बेटा हूं। मैं इस कृषि बिल 2020 का हार्दिक स्वागत करता हूं। इस बिल से भारत के किसानों को बहुत लाभ मिलेगा, किसानों को अपनी फसल बेचने की आज़ादी मिलेगी।
    मैं इस कृषि बिल का पुरजोर समर्थन करता हूं।
    जय हिन्द जय भारत

    1. बिना बिल के कहीं भी बेच लो किसने रोका है !
      लेकिन यह कहीं है कहां कहां बेचे जे बी बताओ?

      1. दुष्यन्त

        पहले कानूनी रूप से उत्तर प्रदेश, हरियाणा या अन्य राज्य का किसान दिल्ली लाकर अपनी फसल नहीं बेच सकता था। न ही एक दूसरे राज्यों में बेच सकते थे।

        1. bhai hum abhi b punjab aur haryana me apni bechte hai u.p se lejake, koi nai rokta hai bs apni jameen ke docs saath hone chahiye, kisaan ko koi manahi nahi hai……mein is bill ka virodh karta hu…

    2. Satvir singh kaur

      Hari singh ji
      Aaj jo sarkari school ke halat hai vo jhada private school ane par hui hai? aap mante hai?
      SAME yeh bill ane par sarkari mandi haal hoga???
      Agar sarkaar bahi sarkari school mein jhada sahulat deti to savi ke liye faida hota
      Jahi karan hai amir amir hai our garib garib hai
      SAME KISANON KI SATH BHI HOGA MERE BAI
      Sarkari school ke taraha

  5. 2019 TO 2020 SESSON KA GANNA BHUGTAAN ABHI TK NHI HUA H,ISKI KOI BAAT KYO NHI KR RHA
    KAISE KISSAN SARKAR PR BHAROSA KRE ?

  6. Mai es desh ki nagrik hu….ess desh ki sarkar maine v chuni hai…. Mai en 3agriculture bills ka virod krti hu
    #kisan_andolan_zindabaad

  7. Mai es desh ki nagrik hu….is desh ki sarkar maine bi chuni hai…. Mai en tino agriculture bills ka virod krti hu
    #kisan_andolan_zindabaad

    1. Bhai itni sarkare aai gayi lekin aaj tak koi kisano ko 24 ghanta light ya fir din bhar ki light nahi de saki rat me khet me jakar humare kisan bhai mar rahe hai uske bare me kuchh nahi aur in ko bill ki padi hai agar kisano ki bhalai karni hai to pehle light ka sistim badlo jai jawan jai kisan

  8. Acca ey bill farmar ka growth layega, English mai likhne se koi jhut bat sahi nahi hoo jati hai samjhe app,or eye jo modi kar raha jai,farmar ka growth farmar ka growth,vai ek bat samajh lijiye app ka family ka acca or bura app hi samjhenge naki koi or,toh farmar abb is bill ko apna dusman samajh raha hai tik hai na,ehi sarasar mudda hai,hum kisi or k hat mai apna future nahi chodege jo korege khud hi kadenge

  9. Bhandaran videshi nivesho ko lekar kisano ko videsi maango k hisab se unki currency k hisaban kisan ko upaj mulya ke sath 200% bonus ki suvidha karni hogi nahi to MSP k liye laraae jari rahegi..bihar ka kisan

  10. namaskar sar Mera Naam jugal Kishor Himachal Pradesh vpo Raja ka bagh Ghar mein sath jaane rahte hain hamare pass do kamre Hain hamare pass jagah nahin jameen ne kuchh nahin hai kya aap hamari madad kar sakte hain

  11. किसके पास सिर्फ एक या दो किले जमीन है वो अपनी फसल किसे ओर कैसे अपने फसल को बेचेगा। अगर स्टॉकिस्ट्स बहुत ज्यादा फसल स्टॉक करता है तो क्या वह अपने मनमाने तरीके से फसल नही बेचेगा इसकी क्या गारंटी है।

  12. Mai na iss bill ka virodh karta hu aur na hi samarthan kyuki jab jab badlaav aata hai to kuch accha aur kuch bura parinaam zaroor laata h ye humpar nirbhar krta h ki hum issko ek avsar ki tarah dekhe ya fir apni barbaadi ki tarah … Lekin mera sawaal aap sabse h ki kisaan ki agar aatmhatya dar badhi to kaun iska zimmedar hoga indian government hum sab ya fir ye log jo itna gyaan pel rahe h.
    Thankss

  13. Me is bill ka samrthan kartha hu or aapne kisan baiyo ko kahtha hu ki is bill ko sahi she pade is bill me kaha par asi bath likhi ha ki gisse kisan ko koi nuksan ho ga ha me bas sarkar ko ye kahna chahtha hu ki sarkar ko kuch batho par gor karna chahiye jese anaj ka sagrhan na ho or sarkar ko kisan she jaldi she jaldi bath kar is mamle nipta lina chahiye

    1. श्रवित श्रीवास्तव

      कुछ स्मार्ट नेता बात होने कहा दे रहे हैं
      वो तो अपनी रोटी सेंकने में लगे हैं

  14. apni aankhon se chashma hataa lo. stock par limit nahi hogi to bade vyapari MSP se bhi kam par kharidenge aur stock karenge. Bazaar me supply short hogi aur manmane rate pe bechenge. Aap padhiye kanoon ko aur samajhiye Hitesh bhai ki government tab tak raid go down pe nahi kar sakti jab tak bazaar me double rate nahi hote. Suppose, 10 Rs per kg hai to 10 ×2=20 – 1% = 19.80 Rs 2021 me bech sakta hai vyapari to koi raid nahi. Ab 2022 lijiye, 2021 me 19.80 Ke rate ko double kar sakta hai vyapari 19.80 ×2= 39.60 Rs -1%=39.20 par vyapari bech sakta hai. Koi raid nahi kyonki legalised hai as per this law. Be aware and spread awareness. It’s not only anti farmers but anti consumers as well.

  15. Dr Hirdesh kumar

    Exactly, you are absolutely right.
    In my opinion, farmers must get compulsory MSP of all crops and simultaneously govt should fixed the maximum sale price ( Should not be more then 10% )of treader to the customer so that consumers got on reasonable and affordable rate.
    Also minimum revenue (.5 to 1 %GST) should be paid to govt also by the treader. *

  16. लाल बहादुर सिंह

    कृषि बिल बहुत ही अच्छा है। इसका समर्थन करना चाहिए। किसान आंदोलन में टॉवर तोड़ना, लालकिला ओर झंडा लगाना, पुलिस को मारना, मेनन रोड जाम करना नही है।
    किसान बिल में क्या कमी है उसपर बात करना उसका समाधान निकालना किसान आंदोलन है।

  17. इस बिल को एक बार धरातल पर आने तो दो। नफा-नुकसान देख लो ,जब सबको अच्छा मुनाफा दे तो ठीक नहीं तों जिन बार्डर टिकरी,सिन्घु , गाजीपुर पर बैठे हों कहीं नहीं जाने वाले फिर बैठ लेना,। बाकी भी वही बैठेंगे लेकिन अभी गांव बसा नहीं है देश का नुक्सान कर लो,। ऐसी सरकार चाहिए जो वोट की खातिर ऐसा कानून लाए जिससे फिर कहते फिरो इस देश का कुछ नहीं हो सकता,सब राजनीति है,आपके पास वोट की ताकत है यदि कानून सही नही है तो जैसे बना वैसे बदला जा सकता है लेकिन जो इस कृषि कानून को लाभकारी बता रहे हैं उनकी नहीं सुनोगे , जिसके लिए आज तक कहते थे बिचोलियों को हटाओ , आज इस कानून से बिचोलियों को हटाया जा रहा है तो इसका स्वागत होना चाहिए। छोटे किसान के पास इतना पैसा नहीं होता कि वो अच्छी तकनीक या उन्नत बीज ले सके तो उसमें निजी क्षेत्र कम्पनी उसकी मददत करती है सपोर्ट करती है तो बुरा क्या है ।आज भी हम कम्पनी को फ्लोरीकल्चर,दवा औषधि की खेती ,फल का ठेका करते हैं। इसे थोड़ा और ज्यादा छूट दिया जा रहा है इसमें इतना विरोध क्यों,कि देश का झंडा उखाड़ने लगे। ऐसी स्थिति पैदा न करें की कल सही बात लिए भी किसान सहयोग न करें।

  18. Bhai mandi m kon s msp pr leta h fàsal ane pr khud he sasti ho jati h contract farming m rate kam nahi hota h fàsal jayda ho ya kam. Sugar cane is he rate m hum khud de rahe h sugar mil ko or store kar k or jayda loss hota h becoz next fàsal ane lag jati h ,turant products bikne s Cash liquidity bane rahte h

  19. इस बिल को लगाने से क्या हम किसानो को कोई नुकसान होगा

  20. bsnl ko ktam krne m sarkar ka bhot bda roal h
    ham b yhi kahna chate h ke agar ek bar bsnl band ho jaye or sare sarvice company yhi kahnay lgay ke aapko 1 gb net 500 ka milega tab aapkay pas koi choice he nhi rah jaye ge aapko 500 m he kredna hoga

  21. Rakesh kumar gupta

    Excellent, yahi hoga aur kuch nahi hone wala h, ye dhan aur gehum msp par kharid hi nahi pa rhe h, baki fasal ko to chod hi digiye, enke DNA me h hi nhi ki baki fasal ko msp par kharid le,

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